Thursday, October 2, 2014

Pyare nabi k bare me kuch baten

अससालामु अलेकुम
हकीम दानिश चुममी वाले

नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कि हयाते तय्यबा :-

✏ नामे मुबारक :-

🎲मुहम्मद (दादा ने रखा)

🎲अहमद (वलिदाह ने रखा)

✏पैदाइश तारिख :-

🎲12 रबीउल अव्वल सन 570 ई.

✏पैदाइश दिन :-

🎲पीर।

✏पैदाइश का वक़्त :-

🎲सुबह सादिक़।

✏पैदाइश का शहर :-

🎲मक्का शरीफ।

✏दादा का नाम :-

🎲शैबा-अब्दुल मुत्तलिब (कुनियत-अबुल हारिस)

✏दादी का नाम :-

🎲फातिमा।

✏वालिद का नाम :-

🎲अब्दुल्लाह (कुनियत-ज़बीह)

✏वालिदा का नाम :-

🎲बीबी आमना (कुनियत-अबुल क़ासिम)

✏नाना का नाम :-

🎲वाहब बिन अब्दे मुनाफ।

✏खानदान :-

🎲क़ुरैश।

✏दूध पिलाने वाली ख़ादिमा :-

🎲उम्मे एयमन. हलीमा सादिया।

✏वालिद का इंतेक़ाल :-

🎲आपकी पैदाइश से पहले।

✏वालिदा का इंतेक़ाल :-

🎲जब आपकी उम्र 6 साल कि थी
(आपकी वालिदा का इंतेक़ाल अब्वा नाम कि जगह पर हुवा,
जो मक्का और मदीना के बीच में है)

🎲वालिद और वालिद एके इंतेक़ाल के बाद।

✏आपकी परवरिश :-

🎲दादा अब्दुल मुत्तलिब ने कि
दादा के इंतेक़ाल के वक़्त आपकी उम्र 8 साल थी।

✏दादा ने परवरिश कि :-

🎲2 साल।

✏दादा के बाद आपकी परवरिश कि :-

🎲चाचा अबु तालिब ने की।

✏आपके लक़ब :-

🎲अमीन। (अमानतदार) और सादिक़। (सच्चा)

✏पहला तिजारती सफ़र :-

🎲मुल्के शाम।

✏पहला निकाह :-

🎲हज़रते
खदीजा रदियल्लाहो तआला अन्हा। (मक्का के लोग ताहिरा नाम
से पुकारते थे)

✏निकाह के वक़्त उम्र :-

🎲25 बरस।

✏हज़तरे खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा कि उम्र :-

🎲40 बरस।

✏ऐलाने नुबुव्वत के वक़्त उम्र :-

🎲40 बरस।

✏पहली वही कि जगह :-

🎲ग़ारे हिरा
(ग़ारे हिरा जबले नूर पहाड़ पर है)

✏वही लाते थे :-

🎲हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम।

✏पहला नाज़िल लफ्ज़ :-

🎲इक़रा (पढ़ो)

✏सबसे पहले औरतो में इस्लाम क़ुबूल किया :-

🎲हज़रते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ने।

✏सबसे पहले मर्दो में इस्लाम क़ुबूल किया:-

🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़ रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।

✏सबसे पहले बच्चो में इस्लाम क़ुबूल किया:-

🎲हज़रते अली रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।

✏आप व आप के साथी बेठा करते थे :-

🎲दारे अकरम
(दारे अकरम सफा पहाड़ पर है)

✏पसीना मुबारक :-

🎲मुश्क़ से ज्यादा खुशबूदार था।
आप जिस रास्ते से गुज़रते थे लोग पुकार उठते कि यहाँ आप का गुज़र हुवा है।

✏साया :-

🎲आप का साया नही था।

✏कद:-

🎲न ज्यादा लम्बे न कम दरमियानी था।

✏भवे :-

🎲मिली हुई थी।

✏बाल :-

🎲घने और कुछ घुमाव दार थी।

✏आँखे:-

🎲माशा अल्लाह बढ़ी और सुर्ख डोरे वाली।

✏कुफ्फार मक्का ने बोकात किया:-

🎲नुबुव्वत के ऐलान के 9 वे
साल में।

✏ताइफ़ का सफ़र :-

🎲शव्वाल सन 10 नबवी।

✏हज़रते खदीजा व अबु तालिब का इंतिक़ाल :-

🎲ऐलाने नुबुव्वत के
दसवे साल मे।
(इस साल को अमूल हुजन भी कहा जाता है)

✏हिजरत :-

🎲ऐलाने नुबुव्वत के 13 साल बाद।

✏हिजरत के वक़्त उम्र शरीफ :-

🎲53 साल।

✏मक्का से हिजरत :-

🎲मदीना कि जानिब।

✏हिजरत के साथी :-

🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़
रदियल्लाहो तअला अन्हु।

✏हिजरत के वक़्त आपने पनाह ली:-

🎲ग़ारे सौर यहाँ आपने तीन
राते गुज़ारी।

✏इस्लामी तारीख का आगाज़ :-

🎲आपकी हिजरत से।

✏पहली जंग :-

🎲गजवाये बद्र इसमें मुसलमानो कि तादाद 313 और काफिरो कि 1000 थी।

✏हज़रते ज़ैनब से निकाह:-

🎲हिजरत के पांचवे साल।

✏आपने निकाह किये :-

🎲ग्यारह।
(इतने निकाह आपने इस्लाम और इस्लाम कि तालीमात को फैलाने के लिए किये)

✏दन्दाने मुबारक शहीद हुवे :-

🎲जंगे उहद में।

✏सबसे बढे दुश्मन :-

🎲अबु लहब, अबु जहल।

✏पर्दा के वक़्त उम्र शरीफ :-

🎲63 बरस।

✏पर्दा किया :-

🎲मदीना मुनव्वरा में।

🎲एक मर्तबा दुरूदे पाक का नजराना पेश कीजिये।

🎲अगर आपकी खुबिया बयान करे तो ज़िन्दगी कम है।

🎲लेकिन मेने आप तक काफी चीज़े पहुंचायी है।

🎲इसे खूब शेयर करे और मेसेज
भी करे।

🎲हो सके तो सेव करके महफूज़ रखले ये हमारे आक़ा के मुताल्लिक़ ह
✏ब:हवाला:-
(सीरतूनःनबी- सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम

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