ना नींद है आँखों में और आँखे भी नम है,
न जाने क्या बात है किस बात का गम है।
सोचा के दवा खाऊ फिर याद मुझ को आया,
यादो में जितना दम है उतना गोली में कहा दम है।
हकीम दानिश
ना नींद है आँखों में और आँखे भी नम है,
न जाने क्या बात है किस बात का गम है।
सोचा के दवा खाऊ फिर याद मुझ को आया,
यादो में जितना दम है उतना गोली में कहा दम है।
हकीम दानिश
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