Monday, July 27, 2015

डॉक्टर अवुल पकिर जैनुलाब्दीन (एपीजे) अब्दुल कलाम साहब के इंतेक़ाल कर जाने पर उनको सलाम

डॉक्टर अवुल पकिर जैनुलाब्दीन  (एपीजे )अब्दुल कलाम साहब के आज दुनिया से रुखसती पर तहे दिल से उनको सलाम
इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजिउन
अल्लाह अपने मेहबूब हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम के सदका ऐ तुफैल
उनकी मगफिरत फ़रमाकर जन्नतुल फ़िरदौस में आला मुकाम अता करे
आमीन सुम्मा आमीन
ये चंद अशआर। कलाम साहब के लिए। मेरी तरफ से।

जो कोई न कर सका वो तुमने काम कर दिया ,
बना कर मिसाइल रोशन देश में नाम कर दिया।

बख्शी खुदा ने तुमको वो हिम्मत वो अक़्ल दी
अब्दुल कलाम नाम की रौनक वो शक्ल दी

बन गए मिसाइल मेंन देश को बचाने के लिए,
अपने फ़र्ज़ अदा किया वतन को सजाने ले लिए।

देश गरीब हो गया कोहिनूर जैसा हीरा खोने से।
बड़ी कमी मेहसूस होगी कलाम साहब के न होने से।

तुम आइडिअल हो सब तुम्हे याद रखेंगे,
कुछ सीखने के लिए तुम्हारी बात कहेंगे।

दौरे ज़ाहिरी में जो किया देश के लिए काम ,
बच्चा बच्चा जानता है तुम्हारा पूरा नाम।

तुम तो वो हो जो हमेशा हँसते हो,
हम जैसो की हमेशा सांसो में बसते हो।

बख्शेगा खुदा तुमको तुम जन्नत में जाओगे।
खुदा ने चाहा तुम शहीद हो आला मुकाम पाओगे।

अब वक्त ऐ रुखसती है। तुम्हे जाना ही पढ़ेगा ,
जो दस्तूर है दुनिया का वो निभाना ही पढ़ेगा।
अलविदा मिसाइल मैन
हकीम दानिश

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