Darbhanga.. दरभंगा ."झगड़ौवा मस्जिद" का सच.... मोहम्मद शाकेव भाई की वाल से
इस मस्जिद का नाम "झगड़ौवा मस्जिद" है..दरअसल जब दरभंगा के राजा "महाराजा कामेशवर सिंह" दरभंगा किला बनवा रहे थे तो ये मस्जिद किले की दिवार के रास्ते में आगया..
महाराज ने इस मस्जिद को जस का तस रखा और किले की दिवार को |___| कुछ ऐसा ही U आकर में मोड़ने का हुक्म दिया.....
जहाँ महाराज की इस महानता का गुणगान किया जाना चाहिए था वहां "समाज के भाई चारे को तोड़ने वालों" ने इस कहानी को उलट दिया और हमें बताया गया के मुस्लिम और महाराज में झगड़ा हुआ और मजबूरन महाराज ने किले की दिवार का रास्ता बदला.... इसी वजह कर मस्जिद का नाम झगड़ौवा मस्जिद पडा....
इस मस्जिद के नाम का सच आज हमें Kumud Singh से कुछ इस तरह पता चला....
....दरअसल यह एक साजिश है जो दरभंगा को बदनाम करनेवाले लोगों की करतूत है। दरअसल किले को लेकर महाराजा और अग्रवाल परिवार में झगडा हुआ था। मामला अदालत तक पहुंचा और महाराज मुकदमा हार गये, किले का निर्माण अग्रवाल के मकान के आगे नहीं हो सका।भाईचारा तोड़ने वालों ने इस पूरे मामले को इस मस्जिद की कहानी बना डाला, जबकि इस मस्जिद के साथ कोई झगडा हुआ ही नहीं। पहले महाराजा को मुसलिमों की नजर में गिराने फिर हिंदू और मुसलमान को लडाने के लिए जगन्नाथी लोगों ने इसे झगडूआ मस्जिद के नाम से पुकारने लगे। राज दरभंगा के कई परिसरों में मजार मौजूद हैं। जीएम रोड, डेनबी रोड और टावर पर तो बीच सडक पर मजार है। किले के निर्माण में यह मस्जिद कभी झगडे का कारण नहीं बना। किसी के पास दस्तावेज है तो सामने लाये...।
...वैसे तो मै share करने की भीख नहीं करता पर सच को सामने लाने के लिए आप से निवेदन कर रहा हूँ के इसे ज़्यादा से ज़्यादा share करें....
0 comments: